जोधा बनने के लिए तीन घंटे लगते थेः परिधि शर्मा
परिधि ने अमर उजाला से जोधा बनने को लेकर अपने अनुभव बांटे। जानें क्या कहती हैं परिधिपरिधि कहती हैं, ‘एकता कपूर का यह शो लोगों को खूब पसंद आएगा। लेकिन इससे पहले दर्शकों को इसी कहानी पर बनी फिल्मों के परसेप्शन से बाहर आना होगा, तभी मेरी, रजत टोकस और टीम की सारी मेहनत भी सफल हो पाएगी।
परिधि बताती हैं कि देश भर में हुए 7000 ऑडिशन के बाद ऐतिहासिक किरदार जोधा के लिए उनका चुना जाना किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं।
मूल रूप से इंदौर की रहने वाली परिधि ने जोधा के किरदार के लिए तलवारबाजी और घुड़सवारी जैसे हुनर सीखे और साथ ही राजस्थानी स्टाइल के पहनावे को भी समझा।
जोधा ने तो परिधि को शतरंज खेलना तक सिखा दिया, वह भी रजवाड़े वाली स्टाइल में। दिन भर राजसी पोशाक यानी कमरबंद, बाजूबंद, आदि आभूषण और भारी काम वाले कपड़े पहने कई बार तो परिधि थक जाती हैं।
परिधि बताती हैं, ‘शुरू-शुरू में तो पोशाक पहनने और जोधा के गेटअप में आने के लिए तीन घंटे तक का समय लग जाता था, पर अब आदत सी हो गई है।’
पुणे के इंदिरा कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई कर चुकी परिधि को इतिहास से कोई खास लगाव नहीं था, पर चूंकि पापा इतिहास के अच्छे जानकार हैं, इसलिए अकबर और जोधा के बारे में उन्हें ढेर सारी जानकारी उन्हीं से मिल गई।
यही नहीं परिधि को अपने शहर के इतिहास अनुसंधानकर्ताओं से भी जोधा के बारे में जानने को मिला और फिर कुछ किताबों का भी सहारा लिया।
माधुरी दीक्षित और आमिर खान की फैन परिधि ने थिएटर भी किया है। जोधा के लिए इन्होंने भाषा पर काफी काम किया।
2 Comments
asya4ever
September 02, 10:20translate in english pls
Zoya
September 02, 01:35Translate in English please.